May 7, 2024

बमोरी में बोले पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ – बमोरी में बिकाऊ नहीं टिकाऊ नेता को चुनें

मंगलवार को बमोरी में अपने प्रत्याशी कन्हैयालाल अग्रवाल का प्रचार करने गए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आरोप लगाया है कि बीजेपी ने जनमत का सौदा कर राज्य के लोगों पर यह उपचुनाव थोपा है। यह नोटों से बनी सरकार है, उन्हें जनता का वोट नहीं मिला था। बीते कई दिनों से सियासी संवाद के दौरान श्रीफल और शैंपेन लेकर चलने के आरोपों के बीच कमलनाथ ने शिवराज चौहान के गरीबी के दावों पर भी चुटकी ली है। उन्होंने कहा है कि कलाकारी में माहिर ‘शिवराज जी कभी घुटनों के बल बैठ जाते हैं, कभी कहते हैं कि प्रदेश की जनता मेरी भगवान और मैं उसका पुजारी। पर सच तो यह है कि शिवराज जी आपकी नज़र में जनता असली भगवान नहीं, आपके भगवान तो माफिया और मिलावटखोर हैं..और आप उनके पुजारी हैं।‘

कमलनाथ ने कहा कि यह मध्यप्रदेश के भविष्य का चुनाव है। जनता से अपील है कि बिकाऊ राजनीति को जवाब दें, लोकतंत्र और संविधान की रक्षा करें। बमोरी में बिकाऊ नहीं टिकाऊ नेता को चुनें।

इस दौरान बमोरी में बसपा के पूर्व प्रत्याशी ओपी त्रिपाठी कांग्रेस में शामिल हो गए। उन्होंने कमलनाथ के सामने अपने सैकड़ों साथियों के साथ कांग्रेस की सदस्यता ली। इसके साथ ही कांग्रेस प्रत्याशी कन्हैयालाल अग्रवाल और मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया के बीच इस बार काफी रोचक मुकाबला हो गया है।

महाराज देखें छिंदवाड़ा का विकास

कमलनाथ ने छिंदवाड़ा से गुना की तुलना करते हुए कहा कि खुद को महाराज कहलाने वालों ने इस इलाके के विकास के लिए कुछ नहीं किया है, उनका क्षेत्र इतना उपेक्षित है कि यहां स्कूल-कॉलेज तक नहीं है। छिंदवाड़ा का विकास देखकर आइए और उसकी तुलना महाराजा के इस क्षेत्र से कीजिये, विकास की सोच और नीयत ख़ुद दिखाई दे जाएगी। ज्योतिरादित्य सिंधिया पर निशाना साधते हुए कहा कि सिंधिया के इतने कॉलेज होने के बाद भी बमोरी की जनता यहां कालेज के लिए तरस रही है। बमोरी के युवाओं के पास रोजगार नहीं है, जनता परेशान है, ना तो यहां की जनता के लिए शिवराज ने कोई कार्य किया और ना ही ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जनता की सुध ली।

पीसीसी चीफ ने कहा कि यह मध्यप्रदेश के भविष्य का चुनाव है। जनता से अपील की है कि बिकाऊ राजनीति को जवाब दें, लोकतंत्र और संविधान की रक्षा करें। बमोरी में बिकाऊ नहीं टिकाऊ नेता को चुनें। इस दौरान कमलनाथ ने कांग्रेस सरकार के 15 महीने के कार्यकाल की उपलब्धियां गिनवाईं।

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