May 8, 2024

शिवपुरी-श्योपुर, ग्वालियर और दतिया में 2000 से ज्यादा लोग फंसे

मध्य प्रदेश के ग्वालियर-चंबल अंचल में बाढ़ से हालात बेकाबू हो गए हैं। अभी तक 7 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, 25 लोग लापता हैं। जिनकी तलाश रेस्क्यू टीम कर रही हैं।​​​​​ नदियों के किनारे फंसे गांव से 1900 लोगों को बचाया गया है। दतिया में बड़ी आबादी वाले कस्बे सेंवढ़ा को बाढ़ के खतरे के कारण खाली करा लिया गया है। शिवपुरी के 100 से ज्यादा गांव खाली करवाए गए हैं। मंत्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया का कहना है कि करीब 2 हजार लोग शिवपुरी में फंसे हुए हैं। पूरे अंचल में बाढ़ का केन्द्र शिवपुरी बना हुआ है।

इसके अलावा ग्वालियर-चंबल अंचल में 2000 से ज्यादा लोग प्रशासन से मदद की आस लगाए बैठे हैं। मंगलवार रात से ही सेना के 4 अलग-अलग दलों ने मोर्चा संभाल लिया है। CM ने भी कहा है कि संकट बहुत बड़ा है और सेना की मदद ले रहे हैं। बता दें मुख्यमंत्री आज 11 बजे चंबल क्षेत्र का हवाई सर्वे भी करेंगे। बुधवार 11 बजे CM शिवराज सिंह भोपाल से ग्वालियर पहुंच रहे हैं। यहां ग्वालियर एयरपोर्ट से हेलिकॉप्टर से वह श्योपुर-शिवपुरी में एरियल सर्वे करेंगे। खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दो बार मुख्यमंत्री से चर्चा का हालात पर बात कर चुके हैं। आधी रात तक मुख्यमंत्री अफसरों से हालात पर बैठक की।

एक सप्ताह से लगातार बारिश और बांधों के ओवरफ्लो होने के बाद नदियों में छोड़े गए पानी ने ग्वालियर-चंबल अंचल में हालात काबू से बाहर हो गए हैं। सबसे ज्यादा शिवपुरी, श्योपुर, दतिया और ग्वालियर जिले प्रभावित हुए हैं। शिवपुरी के करैरा, पोहरी विधानसभा के 100 से ज्यादा गांव बाढ़ की चपेट में हैं। ग्वालियर के शिवपुरी से लगे भितरवार और मोहना में भी स्थिति खराब है। सिंध, पार्वती, कूनो, नोन नदियों के किनारे बसे कई गांव पानी में डूब गए हैं।

कहां क्या हालात

शिवपुरी: 1600 लोग अब भी फंसे

यहां करीब 1600 से ज्यादा लोग अभी भी राहत की उम्मीद में यहां-वहां फंसे हुए हैं। करीब एक सैकड़ा से ज्यादा गांव पानी के कारण खाली करा लिए गए हैं। यहां 4 लोगों के मरने की पुष्टि की गई है। करीब 25 लोग लापता हैं, जिनका अभी तक कुछ पता नहीं है। कई गांव के गांव डूब गए हैं। लोगों को सुरक्षित स्थानों जैसे मैरिज गार्डन, शासकीय स्कूल में राहत कैंप बनाकर मदद की जा रही है। सबसे ज्यादा हालत शिवपुरी में खराब है। यहां के हालातों पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की सीधी नजर है। मंगलवार-बुधवार दरमियानी रात मुख्यमंत्री लगातार चारों शहरों के कलेक्टर, संभागीय आयुक्त और आईजी से चर्चा कर पल-पल की अपडेट लेते रहे हैं।

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