May 5, 2024

बीते दो दिनों में ज़हरीली शराब पीने से हुई 14 मौतें, कांग्रेस का आरोप सत्ता के हवस में शिवराज ने मध्यप्रदेश को बनाया “मृत्युप्रदेश”

उज्जैन में जहरीली शराब बनाने और बेचने के मामले में सरकारी मिलीभगत के संकेत मिले हैं। एसआईटी जांच में खुलासा हुआ है कि स्थानीय नगर निगम के पुराने ऑफिस में नकली शराब बनाने का गोरखधंधा चल रहा था। मामले पर कांग्रेस ने कहा है कि शिवराज के सत्ता में आते ही माफियाराज सक्रिय हो गया है और इसी भयावहता से हमें प्रदेश को मुक्त कराना है। 

ज़हरीली शराब कांड में चौतरफा आलोचना झेल रही शिवराज सरकार ने विपक्ष द्वारा मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग के बाद आनन-फानन में एसआईटी जांच के आदेश दिए थे। एसआईटी की टीम जब शुक्रवार को उज्जैन में पहुंची तो वहां अलग ही नजारा देखने को मिला। एसआईटी की टीम को नगर निगम के पुराने ऑफिस यानी रीगल टॉकीज भवन में ही शराब बनाने का सबूत मिल गया। मौके से टीम ने आरएच 137 लॉट नंबर का डिनेचर्ड स्प्रिट जब्त कर जांच के लिए भेजा है। इस लॉट नंबर के स्प्रिट की सप्लाई प्रदेशभर में रोक दी गई है।

मामले पर कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा है कि, ‘प्रदेश में शिवराज सरकार आते ही शराब माफिया, अपहरण माफिया, अपराध माफिया, भूमाफिया, ड्रग माफिया, सारे तरह के माफिया फिर सक्रिय हो गए हैं। उज्जैन में शराब माफिया द्वारा 14 लोगों की जान लेने के बाद अब जबलपुर में एक 12 वर्ष के बालक का अपहरण, आपहरण माफिया भी सक्रिय।’ पूर्व सीएम ने आगे कहा, ‘पूरी सरकार चुनावों, अभियानों और कैंपेन में लगी हुई है, प्रदेश में सरकार नाम की चीज़ नहीं है, क़ानून व्यवस्था की स्थिति बदतर, बहन- बेटियाँ भी असुरक्षित, जनता भगवान भरोसे। जनता को भगवान व ख़ुद को पुजारी बताने वालों के असली भगवान माफिया-मिलावटखोर बन चुके है।’

सत्ता हवस ने मध्यप्रदेश को बनाया मृत्यु प्रदेश

शराब कांड को लेकर कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि शिवराज ने सत्ता की हवस में मध्यप्रदेश को मृत्यु प्रदेश बना दिया है। मध्य प्रदेश कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा, ‘शिवराज के लौटते ही मध्यप्रदेश में फिर पनपने लगे शराब माफिया ने ज़हरीली शराब से उज्जैन के 14 गरीबों की जान ले ली है। शिवराज जी, आपकी सत्ता हवस ने मध्यप्रदेश को मृत्यु प्रदेश बना दिया। “शवराज चरम पर है”। वहीं राष्ट्रीय कांग्रेस इकाई ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से ट्वीट किया कि, ‘बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में जहरीली शराब से 14 लोगों की मौत शिवराज सरकार में माफियाराज की गहरी जड़ों का संकेत है। कांग्रेस सरकार की लड़ाई मध्यप्रदेश को इसी भयावहता से मुक्त कराने की है।’

दरअसल, बुधवार से लेकर गुरुवार के बीच दो दिनों के दौरान उज्जैन में जहरीली शराब पीने के 14 मजदूरों की मौत होने के बाद प्रदेश में सनसनी मच गई है। मामले पर कांग्रेस द्वारा लगातार यह आरोप लगाया जा रहा था कि प्रदेश में जहरीली शराब के कारोबार में ससरकार और प्रशासन द्वारा संरक्षण प्राप्त लोगों की मिलीभगत है। इसके बाद एसआईटी जांच में जो बातें सामने आई हैं, उससे यह स्पष्ट है कि प्रशासनिक संरक्षण के बिना यह कार्य संभव नहीं है।

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