- बहादरपुरा में माता विसर्जन के दौरान हादसा।
- भगवानपुरा अस्पताल में डॉक्टर मिले ना एंबुलेंस।
दुर्गा प्रतिमा व गरबों के विसर्जन के दौरान धूप व अगरबत्ती के धुएं से मधुमक्खियां बिदक गई। करीब 200 लोगों को काटा। 25 लोगों को सरकारी अस्पताल लाया। यहां से 5 को गंभीर स्थिति में खरगोन और फिर 1 को इंदौर रैफर किया गया। अस्पताल में डॉक्टर व एंबुलेंस की सुविधा नहीं मिलने से मरीज व उनके परिजन परेशान हुए। यह घटना जिला मुख्यालय से 18 किलोमीटर दूर सोमवार सुबह करीब 10.15 बजे ग्राम बहादरपुरा में हुई।
प्रत्यक्षदर्शी मुकेश मंडलोई, कांति राठौड़ व मुकेश मालविया ने बताया गांव से 3 दुर्गा प्रतिमाओं व गरबों को विसर्जन के लिए नाला किनारे स्थित झिरे पर ले जा रहे थे। चल समारोह में 300 से 400 लोग शामिल थे। मधुमक्खियों के काटने से भगदड़ मच गई। लोग गांव की ओर भागे।
अधिकांश लोगाें को मधुमक्खियों ने काटा। 20 लोगों को घायलावस्था में अस्पताल ले जाया गया। सरपंच सखाराम जाधव ने बताया तीन साल पहले भी मूर्ति विसर्जन के दौरान इस तरह की घटना हुई थी। उस साल भी मधुमक्खियों के काटने से कुछ लोग घायल हुए थे। जिनका निजी क्लिनिक व अस्पताल में इलाज करवाया था।
एंबुलेंस का चालक नहीं, निजी वाहनों से खरगोन आए मरीज
भगवानपुरा अस्पताल में स्थायी डॉक्टर नहीं होने पर मरीज व उनके परिजन परेशान होते रहे। ग्रामीणों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही के आरोप लगाए। उन्होंने कहा डॉक्टर के नहीं होने पर ड्रेसर व नर्स ने प्राथमिक इलाज किया। परिसर में एंबुलेंस था। लेकिन चालक नहीं था। गंभीर घायलों को निजी वाहन से खरगोन ले जाना पड़ा।
गंभीर: नाक में घुसी मधुमक्खी, गांव पहुंचकर बेहोश हो गया
ग्रामीणों ने बताया दीपक पिता आत्माराम समारोह में सबसे आगे था। मधुमक्खियों के झुंड ने सबसे पहले इस पर हमला बोला। सिर, हाथ, पैर सहित नाक में भी घुसी। दीपक करीब 200 मीटर दूर गांव पहुंचा और बेहोश हो गया। खरगोन से इंदौर रैफर किया गया है।
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